देश की सर्वोच्च न्यायिक संगठन मानवाधिकार आयोग की ओर से 7 नवंबर 2022 को मानवाधिकार रक्षकों और गैर सरकारी संगठनों पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सलाहकार कोर ग्रुप की सदस्य की सूची जारी की गई। उसमें वंचित समाज से आने वाली परचम संगठन की सचिव नसीमा खातून को भी नॉमिनेट किया गया है। नसीमा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अपने समाज के हक अधिकार की लड़ाई अब आगे बढ़ रही है।
अपने समाज के सभी बुजुर्गों के आशीर्वाद और साथियों के प्यार व कामना से बड़ी जवाबदेही राष्ट्रीय स्तर पर मिली है। देश की सर्वोच्च न्यायिक संगठन राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सलाहकार कोर ग्रुप की सदस्य के रूप में शामिल होने का मौका दिया गया है। आयोग ने देश स्तर पर विभिन्न अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को लेकर एक कमेटी बनाई है जिसने मुझे भी स्थान दिया गया । अब आपकी आवाज देश के सबसे बड़े न्यायिक फोरम पर मजबूती के साथ उठेगी उसका निदान भी होगा। यह दायित्व सबका है आप सब के प्रयास से ही हम सफल होंगे। नई जवाबदेही के लिए मानवाधिकार आयोग के सभी पदाधिकारियों के प्रति आभार व शुभकामनाएं। नसीमा ने कहा कि बिहार के 38 जिलों में रेड लाइट एरिया है कहीं बड़े तो कहीं छोटे रूप में, वह रेड लाइट एरिया की बेटी है। यहां जन्म ली पड़ी और पिछले दो दशक से रेड लाइट एरिया के लोगों को संवैधानिक अधिकार दिलाने यहां की बेटियों को शिक्षा से जुड़ने के लिए पहल कर रही है। इसी कड़ी में वह परचम संगठन के माध्यम से जगह-जगह पर जागरूकता अभियान कर लोगों को शिक्षा व अपने अधिकार के प्रति जागरूक कर रही है इसके साथ यहां के बच्चों को लिखने व अपनी बातों को रखने के लिए बेहतर मौका मिले इसके लिए जुगनू हस्तलिखित पत्रिका निकालती है।
हाल ही के दिनों में मुजफ्फरपुर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश के नेतृत्व में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव संदीप अग्निहोत्री जी के सहयोग से अपने इलाके के लोगों के बीच कानूनी जागरूकता अभियान चला रही है। इसके साथ मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी प्रवण कुमार की अध्यक्षता में जिला उद्योग केंद्र के प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार सिंह के सहयोग से क्षेत्र की महिलाओं को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराए गए हैं यहां की महिला जोहरा संवर्धन ग्रुप जुगनू रेडीमेड गारमेंट्स के नाम से संगठन बनाकर सिलाई कटाई का काम कर अपने जीविकोपार्जन को आगे आई है । उसके साथ वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत जी के मदद से यहां की महिला को एक नई ताकत मिली है अब आने वाले दिनों में मानव अधिकार आयोग के फोरम पर भी यहां की महिलाओं और बच्चों को होने वाली परेशानियां प्रमुखता से रखी जाएंगी सदस्य बनाए जाने पर रेल रेड लाइट एरिया की महिलाओं और बच्चों में खुशी की लहर हैं।