मनुष्यमारा नदी पर बने जोका पुल बन चुका है अपराधियों का सह।

 

जोकाघाट पुल क्षतिग्रस्त होने की वजह से अपराधियों का सह बन चुका है। शाम होते ही यहां पूरी तरह से सन्नाटा छा जाता है। शाम 7:00 बजे के बाद जोका घाट पुल पार करने से पहले राहगीर अपने को असुरक्षित महसूस करते हैं। दरअसल मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड को सीतामढ़ी के पुपरी सब डिवीजन से जोड़ने वाली औराई पुपरी सड़क के राजखंड टेका बाजार के समीप प्रसिद्ध मनुषमारा नदी पर बने जोंका पुल को एक संवेदक द्वारा करीब पांच वर्ष पुर्व जेसीबी से तोड़ दिया गया। ताकि सड़क पर भाड़ी वाहनों का आवागमन न हो सके और सड़क बची रहे।

इस क्षतिग्रस्त पुल पर जान जोखिम में डालकर दो चक्के से लेकर 4 चक्के के वाहन आर-पार करते है। बाइक सवार को भी इस पुल को पार करने के लिए पीछे सीट पर बैठे यात्रियों को उतारना पड़ता है।अगर थोड़ी सी चूक हो जाए तो घायल भी हो सकते हैं और नीचे खाई में गिरने से जान भी जा सकती है।
फिलहाल इस पुल पर लोहे का टुकड़ा डाल कर बाइक सवार आवाजाही करते हैं।चार पहिया वाहन का परिचालन नहीं हो पाता है।औराई के लोगों को पुपरी 18 किलोमीटर की जगह 30 km की यात्रा करनी पड़ती है।इस क्षतिग्रस्त पुल पर अब तक दर्जनों लोग जान गवां चुके हैं।
वहीं इन परेशानियो से से रोज गुजरने वाले यहां के स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले की शिकायत कई बार की गई लेकिन आज तक इस क्षतिग्रस्त पुल को बेहतर नहीं किया गया।

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