आपने आज तक श्राद्ध बहुत देखें होंगे लेकिन एक श्राद्ध ऐसा भी जहां मृतक खुद अपना श्राद्ध कर रहा। ऐसा ही कुछ हुआ हैं मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड के भरतीपुर गांव के बुजुर्ग हरिचंद्र दास (75) का अनोखा कारनामा सामने आया है। उन्हे आशंका रहती है की उनके मरने के बाद उनके बेटे सही से उनका श्राद्ध करेंगे या नहीं। यही सोचकर पिछले वर्ष उन्होंने अपना श्राद्ध खुद से किया। अब इस वर्ष बरसी किया है। पूरे धूम धाम से बरसी का आयोजन किया गया। इसमें जो भी विधियां होती है। वो सब पूरे किए गए। गाना बजाना हुआ। गांव में अपने समाज में भोज का भी आयोजन किया गया।
हरिचंद्र दास ने पहले सिर मुंडवाया। फिर सफेद धोती पहनी। पंडित ने पूरी विधि के साथ मंत्र भी पढ़े। फिर जो दान की प्रक्रिया होती है। वह भी पूरा किया गया। इसके बाद रात में भोज का आयोजन किया गया। उनके साथ उनकी पत्नी और घर के अन्य सदस्य भी साथ थे। उनसे जब कारण पूछा गया तो बोले की हम साधु संत है। अपना श्राद्ध खुद से करते हैं।
उनके इस अनोखे कारनामे की गांव वाले भी रहे दिल से स्वागत करते हैं। कोई उनका मजाक नहीं उड़ाता।