भागलपुर में अनुसूचित जाति को पानी पर भी आफत, दबंग यादवों पर छुआछूत का आरोप

जीवन यापन करने के लिए पानी कितना जरूरी है यह तो हम आप सभी जानते हैं लेकिन उसी पानी के लिए अगर जान मारने की धमकी मिलने लगे तो इंसान क्या करें। ऊपरी तौर पर जहां अनुसूचित जाति को आरक्षण दिया जाता है वही जमीनी स्तर पर इसका नजारा कुछ और ही प्रतीत होता है।

भागलपुर में जिन्हें दलित और अछूत कहा जाता है वह भारत की कुल आबादी का 16.6% है । लेकिन सरकारी दस्तावेजों में अधिकार मिलने के बावजूद सामाजिक स्तर पर आज भी दलित समाज को अछूत और वर्ण भेद के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है।

मामला है भागलपुर जिले के बरारी थाना क्षेत्र का जहां महादलित परिवार कई दिनों से पानी पीने के लिए तरस रहा है बच्चे प्यास से बिलख रहे हैं इसका एकमात्र कारण है वर्ण व्यवस्था का हावी होना । बरारी थाना अंतर्गत बड़ी खंजरपुर में महादलित परिवार की पूरी बस्ती रहती है जहां सरकारी जगह पर सरकारी नल से पीने का पानी इस्तेमाल करती हैं। लेकिन कुछ दबंगों ने उस नल को ही उखाड़ फेंका। इतना ही नहीं धमकी भरे लफ्जों में दबंगों का कहना है कि तुम लोग अछूत जाति के से आते हो तुमने यह नल छूकर पानी को अछूता कर दिया आइंदा अगर इस नल को किसी ने छुआ तो मैं वहीं पर उसे स्वर्ग लोक पहुंचा दूंगा या बात कहने वालों के सूची में वही के खंजरपुर के कपिल यादव नकुल यादव एवं उनके कुछ दबंग साथियों का नाम है। जो कमजोर और गरीब तबके के पासवान जाति के लोगों पर वर्ण व्यवस्था के नाम पर जुल्म ढाते हैं। अगर इस तरह की वर्ण व्यवस्था पर कुठाराघात दिखेगा तो कैसे समझा जाए कि हमारा भारत वर्ष आजाद हो गया है और हम सब भाई भाई हैं।

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